Info
बेटियाँ
********
हर पिता के हेतु हैं, प्रशस्ति पत्र बेटियाँ।
स्वार्थ हीन नेहयुत पवित्र मित्र बेटियाँ ।।
बुहारती,सँवारती हैं ,जो पिता के गेह को।
तौलती नहीं कभी, किसी से अपने नेह को ।।
चांदनी सी शुभ्र और सौम्य प्यारी बेटियां ।
हर पिता के हेतु हैं प्रशस्ति -पत्र बेटियाँ।।
जग का सारा क्लेश-कष्ट पल में दूर कर दें जो ।
अवसाद- ग्रस्त-त्रस्त मन में शांति खूब भर दे जो ।।
करती हैं कमाल जिनकी जादू वाली उँगलियाँ ।
हर पिता के हेतु हैं प्रशस्ति -पत्र बेटियाँ ।।
हों रसोई में बने
...
Más informaciones
पकवान छप्पन ही भले ।
और सारे ही न हो क्यों सुधा मक्खन में तले।।
किंतु सबसे मीठी लगती बेटियों की रोटियाँ।
हर पिता के हेतु हैं प्रशस्ति पत्र बेटियां ।।
✍️ कृष्ण मोहन निगम
(सीतापुर)
सुनिए नए ज़माने की नयी कवितायें
कलम से एक व्हात्सप्प ग्रुप का संयोजन है जिसमें कई नामी गिरामी कवि और लेखक हैं, यह पॉडकास्ट उनके लेखन की प्रक्रिया और उनकी रचनाओं को आम जनों तक लाने का तुच्छ सा प्रयास है। आइये सुनते
हैं| अपनी प्रतिक्रियाओं से नवाजें। धन्यवाद।।
और कवितायें पढ़ने के लिए हमारे फ़ेसबुक पेज पर जाएँ....
https://www.facebook.com/rachnaayeaapkikalamse/
hace 12 meses
#follow, #hindi, #hindipoetry, #hindishayari, #india, #like, #love, #lovequotes, #loveshayari, #poetry, #quotes, #sad, #sadshayari, #shayar, #shayari, #shayarilover, #shayri, #spreaker, #urdu, #urdupoetry